सचेतना अतुल्य आत्मयोग
सचेतना प्रगति संघ ने अपनी उपलब्धियां में एक और महत्वपूर्ण कार्य को जोड़ा। 2 अक्टूबर 2023 को सचेतना प्रगति संघ ने सचेतना अतुल्य आत्मयोग की घोषणा की। जिसे 9 अक्टूबर से प्रति सोमवार सुबह 6:45 से 7:00 तक क्रियान्वित किया जा रहा है। सचेतना अतुल्य आत्मयोग की राष्ट्रीय प्रभारी एवं योग गुरु आदरणीया निशा अतुल्य जी को घोषित किया गया। सचेतना अतुल्य आत्मयोग का मुख्य उद्देश्य अपने स्वास्थ्य के प्रति लोगों को जागरूक करना है क्योंकि स्वस्थ तन में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है और जब शरीर स्वस्थ होगा तभी स्वस्थ मस्तिष्क में उत्कृष्ट विचार उत्पन्न होंगे।जो समाज में परिवर्तन लाने में सहायक सिद्ध होंगे।
योग:–
योग का अर्थ है जोड़ अर्थात स्वयं को स्वयं से जोड़ना ही योग है । साधना से समाधि तक का सफर योग द्वारा सरलता से पूरा किया जा सकता है । समाधि का तात्पर्य यहाँ कमंडल लेकर पहाड़ों पर जा कर तपस्या करना नहीं है । चित्त की वृत्तियों का निरोध करना ही योग है।
चित्त का तात्पर्य, अन्त:करण से है बाह्मकरण ज्ञानेन्द्रियां जब विषयों का ग्रहण करती है, मन उस ज्ञान को आत्मा तक पहुँचाने का कारण बनता है । आत्मा साक्षी भाव से देखते हुए बुद्धि व अहंकार विषय का निश्चय कर उसमें कर्तव्य भाव जगाता है। इस सम्पूर्ण क्रिया से चित्त में जो प्रतिबिम्ब बनता है, उसे ही वृत्ति कहते है।
योग बाह्य अंगों के साथ आंतरिक अंगों की एक विलक्षण वैज्ञानिक क्रिया है । इसमें प्राणों को साधते हुए श्वास प्रश्वास की क्रिया आसन व सूक्ष्म व्यायाम को सहज रूप से करते हुए अपने शरीर को समझना और उसी के अनुरूप शारीरिक व मानसिक क्रियाओं को प्रारूप देना योग है ।
योग मनुष्य की शारीरिक मानसिक भावात्मक एवं विवेक आत्मक क्षमताओं की शुद्धि का एक सरल माध्यम है जिसके द्वारा हम इन चारों क्षमता का परिष्कार कर उच्चतम शिखर को प्राप्त कर सकते हैं योग के आठ अंगों के द्वारा यह क्रिया सरलता से संपन्न हो सकती है।यह आठ आयामों वाला मार्ग है जिसमें आठों आयामों का अभ्यास एक साथ किया जाता है। योग के ये आठ अंग हैं:
१) यम, २) नियम, ३) आसन, ४) प्राणायाम, ५) प्रत्याहार, ६) धारणा ७) ध्यान ८) समाधि
समाज का परिवर्तन हमारे उत्तम विचारों पर ही निर्भर करता है। हमारे विचार सत्यात्मक हों, सर्वहितकारी हों, इसके लिए हमें स्वस्थ रहना अति आवश्यक है। जिसके लिए सचेतना आत्मयोग ने पहल की है और इस अभियान में आप सब सहयोगी बन रहे हैं, आप सबका हार्दिक धन्यवाद।